**सिरगिट्टी: हाईवे किनारे से बिजली के खंभे गायब — बेलगाम कबाड़ माफिया और बेबस पुलिस**
**सिरगिट्टी (बिलासपुर)।** शहर के नेशनल हाईवे से सटे सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में हालात बेहद चिंताजनक हो गए हैं। ऐसा प्रतीत होता है जैसे इलाके में कानून नाम की कोई चीज़ बची ही नहीं है। कबाड़ माफियाओं का आतंक इस हद तक बढ़ चुका है कि अब वे सार्वजनिक संपत्तियों — जैसे बिजली के खंभों — को भी खुलेआम चुरा ले जा रहे हैं, और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है।
तिफरा और सिरगिट्टी को जोड़ने वाले व्यस्ततम बाईपास और ओवरब्रिज पर से एक के बाद एक बिजली के पोल गायब हो रहे हैं। यह कोई सामान्य चोरी नहीं, बल्कि सिस्टम को खुली चुनौती है। दिन-रात गश्त और ट्रैफिक के बीच से खंभों का गायब हो जाना इस बात का प्रमाण है कि यह कोई छोटा-मोटा मामला नहीं, बल्कि एक संगठित गिरोह का काम है।
*कबाड़ माफिया का नेटवर्क — पुलिस की नाक के नीचे सक्रिय**
* स्थानीय सूत्रों के अनुसार, सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में एक कुख्यात कबाड़ी का नेटवर्क सबसे अधिक प्रभावशाली है।
* पुलिस उसे ‘फरार’ बताकर पल्ला झाड़ रही है, जबकि उसका व्यापार आज भी पूरे शबाब पर है।
* हर महीने की कबाड़ गतिविधियाँ इसी के ठिकाने से शुरू होती हैं।
* तांबा, पीतल जैसी धातुओं की ब्लैक मार्केटिंग जोरों पर, महीने का चार गुना मुनाफा।
यह स्पष्ट है कि कबाड़ी गिरोह न सिर्फ चोरी कर रहे हैं, बल्कि पूरे सिस्टम को ठेंगा दिखा रहे हैं। ओवरब्रिज के स्ट्रीट लाइट पोल काटकर बेच देना, क्या एक सुनियोजित साजिश? या प्रशासनिक लापरवाही का प्रत्यक्ष उदाहरण है।
इस बीच, एक और हैरान कर देने वाला पहलू सामने आया है — हथियारबंद कबाड़ी। हाल ही में कुछ लोगों को इलाके में हथियार लहराते देखा गया है, जिससे इलाके में भय का माहौल बन गया है।
** क्या अब पुलिस सिर्फ मीडिया दबाव में जागती है?**
* पुलिस की सक्रियता तब बढ़ी जब मीडिया ने इस मामले को उजागर किया।
* थाना प्रभारी की अचानक सक्रियता पर सवाल: क्या उन्हें पहले कुछ नहीं दिखा?
* अब सिर्फ दिखावे की कार्रवाई या वाकई कार्रवाई होगी — यही बड़ा सवाल?
* क्या यह कार्रवाई सत्ताधारी संरक्षण खत्म होने के बाद की है?
यह घटना न केवल कानून व्यवस्था की पोल खोलती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि पुलिस जब तक ‘उपरी दबाव’ या ‘मीडिया का हस्तक्षेप’ न हो, तब तक आंखें मूंदकर बैठी रहती है।
हालांकि पुलिस बैठे भी क्यों नहीं क्योंकि थाने में पहले रवि का मौसम था अब थाने में रौनक ही रौनक है
सिरगिट्टी में अब कबाड़ी सिर्फ खंभे नहीं काट रहे — वे हथियार लहरा रहे हैं, कानून को चुनौती दे रहे हैं और पुलिस महज दिखावे की कार्रवाई में जुटी है। अगर अब भी प्रशासन ने कठोर कदम नहीं उठाए, तो वह दिन दूर नहीं जब यह इलाका अपराधियों का अड्डा बन जाएगा।
अब देखना होगा कि पुलिस और प्रशासन सिर्फ प्रेस कॉन्फ्रेंस और ‘एफआईआर दर्ज’ तक सीमित रहते हैं या ज़मीन पर कोई सख़्त कार्रवाई भी होती है। जनता इंतजार कर रही है — न्याय का, सुरक्षा का और जिम्मेदारी के निर्वहन का।
Sanjeev singh Address bhartiya nagar bilaspur 7000103836